सुपर ब्रेन योगा एक सरल योग तकनीक है जो मस्तिष्क की ऊर्जा को संतुलित करने और स्मरण शक्ति, ध्यान और मानसिक स्पष्टता को बढ़ाने में मदद करती है। यह योग विशेष रूप से छात्रों, पेशेवरों और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसे करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
सुपर ब्रेन योग करने की विधि
1. सही मुद्रा अपनाएँ: सीधे खड़े हो जाएं, रीढ़ सीधी रखें और आँखें खुली रखें।
2. कानों को पकड़ें:
दाहिने हाथ से बाएँ कान के लोब (earlobe) को पकड़ें।
बाएँ हाथ से दाएँ कान के लोब को पकड़ें।
कान के लोब को अंगूठे और तर्जनी (index finger) से हल्के से दबाएँ।
3. श्वास प्रक्रिया:
गहरी साँस लें और धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए नीचे बैठें (स्क्वाट करें)।
जब आप नीचे बैठ रहे हों, तब साँस अंदर लें।
फिर खड़े होते समय साँस छोड़ें।
4. आँखें खुली रखें: ध्यान केंद्रित रखें और इस प्रक्रिया को कम से कम 14-21 बार दोहराएँ।
5. नियमित अभ्यास करें: इसे रोज़ सुबह खाली पेट या ध्यान करने से पहले करें।
सुपर ब्रेन योग के लाभ
मस्तिष्क की एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है।
बच्चों में ध्यान और सीखने की क्षमता सुधारता है।
बुजुर्गों में अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है।
शरीर में ऊर्जा का प्रवाह संतुलित करता है।
यह योग प्राचीन भारतीय तकनीकों और एक्यूप्रेशर सिद्धांतों पर आधारित है, जिसे बाद में पश्चिमी विज्ञान ने भी मान्यता दी है। यदि इसे नियमित रूप से किया जाए, तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
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