पानी खड़े होकर पीना चाहिए या बैठ कर?

आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों के अनुसार, बैठकर पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:

1. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
बैठकर पानी पीने से शरीर और पेट की मांसपेशियाँ रिलैक्स रहती हैं, जिससे पानी धीरे-धीरे पेट में जाता है और बेहतर तरीके से अवशोषित होता है।

2. घुटनों और जोड़ो के लिए अच्छा
खड़े होकर पानी पीने से अचानक से पानी नीचे चला जाता है, जिससे जोड़ों और घुटनों पर असर पड़ सकता है।

3. किडनी और मूत्राशय के लिए लाभकारी
बैठकर पानी पीने से किडनी अच्छे से फ़िल्टर कर पाती है, जिससे विषैले तत्व सही तरीके से बाहर निकलते हैं।

4. दिल और रक्त संचार के लिए अच्छा
बैठकर पानी पीने से पानी का प्रवाह नियंत्रित रहता है, जिससे रक्त संचार सुचारू रूप से चलता है और दिल पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता।


5. गले और श्वसन तंत्र के लिए लाभदायक
बैठकर पानी पीने से यह धीरे-धीरे गले से नीचे जाता है, जिससे दम घुटने या गलत दिशा में जाने की संभावना कम होती है।

क्या खड़े होकर पानी पीना नुकसानदायक है?

खड़े होकर पानी पीने से यह अचानक पेट में चला जाता है, जिससे गैस, एसिडिटी, और पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। साथ ही, यह जोड़ों और घुटनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बैठकर धीरे-धीरे पानी पीना सबसे अच्छा माना जाता है। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ